CBSE Board New Rules 2025: सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों के लिए एक बहुत ही बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब देशभर के लाखों स्टूडेंट्स के लिए 10वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाएगी। यह बदलाव खास तौर पर छात्रों के एग्जाम स्ट्रेस को कम करने और उन्हें बेहतर अंक लाने का एक और मौका देने के मकसद से किया गया है। सीबीएसई का यह फैसला नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत लिया गया है, जो 2026 से लागू होगा।
परीक्षा का नया टाइम टेबल
CBSE के नए नियमों के अनुसार पहली बोर्ड परीक्षा फरवरी महीने में कराई जाएगी जो सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी। दूसरी परीक्षा मई में आयोजित की जाएगी, जो वैकल्पिक होगी। यानी अगर कोई छात्र पहली परीक्षा के अंकों से संतुष्ट नहीं है तो वो दूसरी बार परीक्षा देकर अपनी परफॉर्मेंस सुधार सकता है। दोनों में से जिस परीक्षा के अंक बेहतर होंगे, वही फाइनल रिजल्ट में शामिल किए जाएंगे।
किस-किस विषय में मिलेगा सुधार का मौका
छात्रों को तीन प्रमुख विषयों में अंक सुधार का अवसर मिलेगा। इसमें विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान और भाषाओं जैसे विषय शामिल हैं। खास बात यह है कि दोनों बार का सिलेबस एक समान रहेगा। यानी छात्रों को पूरा पाठ्यक्रम दोनों बार पढ़ना होगा। साथ ही सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि कोई सेमेस्टर सिस्टम लागू नहीं होगा और दोनों परीक्षाओं का पैटर्न भी समान रहेगा।
प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट की प्रक्रिया
सीबीएसई बोर्ड के नए नियमों के तहत प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट केवल एक बार ही होंगे। आमतौर पर ये फरवरी से पहले ही पूरे कर लिए जाएंगे। खास बात यह है कि दूसरी बार परीक्षा देने वाले छात्रों को दोबारा प्रैक्टिकल देने की आवश्यकता नहीं होगी। पहले के प्रैक्टिकल नंबर ही दोनों परीक्षाओं के रिजल्ट में जोड़े जाएंगे।
रिजल्ट और सर्टिफिकेट से जुड़े बदलाव
पहली परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल में जारी किया जाएगा लेकिन उस समय छात्रों को पासिंग सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा। छात्रों को अपना रिजल्ट डिजिलॉकर से डाउनलोड करना होगा जो 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए इस्तेमाल किया जा सकेगा। फाइनल मार्कशीट और पासिंग सर्टिफिकेट केवल दूसरी परीक्षा के रिजल्ट के बाद ही प्रदान किया जाएगा। अगर कोई छात्र दूसरी परीक्षा नहीं देना चाहता तो उसकी पहली परीक्षा के अंक ही फाइनल रिजल्ट माने जाएंगे।
फीस और रजिस्ट्रेशन से जुड़े नए नियम
CBSE ने यह भी बताया कि दोनों परीक्षाओं के लिए परीक्षा फीस एक साथ ही ली जाएगी। इसके लिए स्कूलों को सितंबर महीने में लिस्ट ऑफ कैंडिडेट्स (LOC) जमा करनी होगी। पहली परीक्षा के रिजल्ट के बाद LOC पोर्टल पांच दिनों के लिए दोबारा खोला जाएगा ताकि जिन छात्रों को जरूरत हो वे सुधार परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकें। दूसरी परीक्षा के लिए नए आवेदन की अनुमति नहीं होगी।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। परीक्षा से जुड़ी अंतिम और सटीक जानकारी के लिए सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट या अपने स्कूल से संपर्क जरूर करें।